सिनेमा की आत्मा को छूने की एक नई पहल है फिल्मोर

-Priyanshu Dhoundiyal

सिनेमा के पुनर्जागरण एवं वैचारिक क्रांति लाने का है यहीं सही वक्त

चकाचौंध और सोशल मीडिया के शोरगुल में डूबी फिल्मी दुनिया में, एक नई किरण फूट पड़ी है – ‘फिल्मोर’। एक विचारोत्तेजक संगोष्ठी में, फिल्मोर ने फिल्मी पत्रकारिता के परिदृश्य को बदलने का संकल्प लिया है। यह महज एक पहल नहीं, बल्कि एक वैचारिक आंदोलन है, जो सिनेमा को मनोरंजन से कहीं बढ़कर, सामाजिक संवाद और सांस्कृतिक चेतना का सशक्त माध्यम बनाने का सपना देखता है।

संगोष्ठी में फिल्म निर्देशक अविनाश दास ने कहा कि सिनेमा सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि समाज का दर्पण होना चाहिए। यह विचार फिल्मोर के दृष्टिकोण को दर्शाता है, जो पर्दे के पीछे की कहानियों को उजागर करने और दर्शकों को सोचने पर मजबूर करने का इरादा रखता है।फिल्मोर की संस्थापक और सीईओ सैंजला ने स्पष्ट किया कि यह पहल टीआरपी की अंधी दौड़ में खोई हुई पत्रकारिता को सही दिशा दिखाने का प्रयास है। उनका कहना है कि फिल्मोर सेलिब्रिटी गॉसिप से ऊपर उठकर सभ्यता की कहानियों को सामने लाएगा, जो रेड कार्पेट और सतही चर्चाओं से परे, सिनेमा की गहराई और उसके महत्व को समझने पर केंद्रित होगा।फिल्मोर के क्रिएटिव डायरेक्टर अनिल शारदा ने इसे ‘प्रतिरोध का मंच’ बताते हुए कहा कि आज जब हर खबर जल्दबाजी में परोसी जा रही है, तो फिल्मोर का ठहराव एक क्रांति के समान है। उनका मानना है कि फिल्म सिर्फ एक दृश्य नहीं, बल्कि एक विचार है, जो समाज को प्रेरित और आंदोलित कर सकता है।संगोष्ठी को संबोधित करते हुए नीरज झा ने कहा कि फिल्मोर की सबसे बड़ी खूबी है तकनीक और मानवीय दृष्टिकोण का अद्भुत संगम। यहां, यारा एआई मात्र एक उपकरण नहीं, बल्कि एक संवेदनशील सहयोगी के रूप में देखा जाता है, जो गहराई से विश्लेषण करने और छिपे हुए अर्थों को उजागर करने में मदद करता है।फिल्मोर एक वैकल्पिक और विचारशील फिल्म पत्रकारिता की आवश्यकता को रेखांकित करता है। यह पहल फिल्मी खबरों को सिर्फ ‘शब्द’ नहीं, बल्कि ‘संदर्भ’ देने का वादा करती है। यह सिनेमा की आत्मा को छूने और उसे एक नए दृष्टिकोण से देखने की एक साहसिक पहल है, जिसकी फिल्म जगत को बेसब्री से तलाश थी। अब देखना यह है कि फिल्मोर अपने इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को किस प्रकार प्राप्त करता है।

Share this post

The National Times

The National Times with motto 'हर ख़बर देश के नाम' is mainly focused to Bringing the nation to your screen with up-to-the-minute coverage, insightful analysis, and a wide range of stories that matter most to you. The National Times is dedicated to keeping you updated with the latest headlines and in-depth analysis from around the world. The National Times brings you breaking news, expert commentary, and exclusive stories on politics, entertainment, buisness & sports to keep you informed 24/7. Subscribe for your daily dose of news, directly to your feed."

Related Posts

दिल्ली में ‘नृत्य मंजरी सम्मान 2025’ का भव्य आयोजन, बच्चों ने मोह लिया सभी का मन

– Priyanshu Dhoundiyal राजधानी दिल्ली के प्यारेलाल भवन सभागार में रविवार को ‘नृत्य मंजरी सम्मान 2025’ कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बच्चों की सांस्कृतिक प्रतिभा का…

Share this post
Read more

दिल्ली में ठग लाइफ का जलवा: कमल हासन और मणिरत्नम ने किया मार्गदर्शन

दिल्ली में सिनेमाई ताकत का बोलबाला देखने को मिला, जब भारतीय सिनेमा के दिग्गज कमल हासन और मणिरत्नम के साथ अभिनेत्री अभिरामी और निर्माता शिवा अनंत राजधानी में एक अविस्मरणीय…

Share this post
Read more

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *