
हरियाणा के भिवानी जिले के सिंघाणी गांव में 19 वर्षीय प्ले स्कूल शिक्षिका मनीषा की बेरहमी से हत्या ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया। मनीषा की लाश 13 अगस्त को खेत में गले पर गहरे कट के निशान के साथ पाई गई, दो दिन पहले वह लापता हो गई थी। परिवार और ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही और देरी का आरोप लगाते हुए जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया और कहा कि जब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होती, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए भिवानी के एसपी मनीषा सिंह का तबादला कर दिया है और पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है, जिनमें थाना प्रभारी और अन्य स्टाफ शामिल हैं। महिलाओं की सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर उठ रहे सवालों के बीच राजनीतिक दलों और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मनीषा की मौत के बाद सिंघाणी और आसपास के क्षेत्रों में भारी जन आक्रोश देखने को मिला। गांव वालों और परिजनों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया, रास्ते जाम किए और महापंचायत कर दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की। भिवानी, हिसार, जींद और फतेहाबाद में बाजार बंद रहे और जगह-जगह प्रदर्शन हुए।
मनीषा 11 अगस्त को अपने स्कूल से नजदीकी कॉलेज में बीएससी नर्सिंग कोर्स की जानकारी लेने गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। दो दिन बाद उसका शव मिला, जिसमें गले पर गहरे घाव और शरीर पर तेजाब या जानवरों के हमले के निशान पाए गए। पहले पुलिस ने अंदेशा जताया था कि वह भाग गई है, लेकिन परिवार के दबाव में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई।
जनता के बढ़ते गुस्से और राजनीतिक दबाव के चलते मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पूरे मामले की निगरानी खुद करने का भरोसा दिया है और जांच पूरी होने के बाद सख्त कार्रवाई की बात कही है। विपक्षी नेताओं ने इस मामले को कानून व्यवस्था की विफलता बताते हुए सरकार की आलोचना की है।
By Sakshi Singh