By Sakshi Singh
मंडी (हिमाचल प्रदेश): बीजेपी सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत हिमाचल प्रदेश के मनाली में आपदा पीड़ितों से मिलने पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने अपना दर्द साझा करते हुए कहा कि उनके रेस्टोरेंट में केवल ₹50 की बिक्री हुई है, जबकि उन्हें कर्मचारियों को ₹15 लाख की सैलरी चुकानी है। उन्होंने खुद को एक अकेली महिला बताते हुए कहा कि वे भी इस आपदा की शिकार हैं।
मंडी से सांसद बनीं कंगना रनौत को मनाली दौरे के दौरान विरोध का सामना करना पड़ा
हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री और बीजेपी सांसद कंगना रनौत को उनके मनाली दौरे के दौरान विरोध का सामना करना पड़ा। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में देखा जा सकता है कि लोग “कंगना वापस जाओ” और “Go back Kangana, you are late” के नारे लगा रहे थे।
यह विरोध मनाली में उस समय हुआ जब कंगना बारिश और भूस्खलन से प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंची थीं। मौके पर मौजूद कुछ स्थानीय युवकों ने उन्हें काले झंडे दिखाए और जोरदार नारेबाजी की। बताया जा रहा है कि यह प्रदर्शन पूरी तरह स्थानीय नागरिकों की ओर से किया गया था।
हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस ने स्थिति को तुरंत संभाला और कंगना की सुरक्षा सुनिश्चित की। विरोध के बावजूद कंगना रनौत ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण जारी रखा और लोगों से मिलकर नुकसान की जानकारी ली।
उनका यह दौरा राहत और पुनर्वास कार्यों की समीक्षा के लिए था, लेकिन जनता के एक वर्ग की नाराजगी ने उनके सामने नई राजनीतिक चुनौती खड़ी कर दी है।
इसी दौरान, कंगना ने कहा कि उनका मनाली स्थित रेस्टोरेंट पिछले दिन सिर्फ ₹50 की बिक्री कर पाया, जबकि उन्हें कर्मचारियों की सैलरी और अन्य खर्चे मिलाकर करीब ₹15 लाख चुकाने हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे भी प्रभावित हुई हैं, क्योंकि उनका व्यवसाय स्थानीय प्राकृतिक आपदाओं के कारण ठप पड़ा है।






