
आम आदमी पार्टी की महिला विंग ने खुलेआम महिला वोटरों में पैसे बांट रहे भाजपा नेता के घर पर रविवार को भी हल्ला बोला। प्रवेश वर्मा के घर के बाहर बड़ी तादात में महिलाएं एकत्र हुई और सिर्फ नई दिल्ली विधानसभा की महिलाओं में पैसे बांटने के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में दिल्ली के अलग – अलग इलाकों से महिलाएं आई थी। महिलाओं ने प्रवेश वर्मा द्वारा केवल नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र की महिलाओं को पैसे बांटने को गलत बताया और कहा कि अगर एनजीओ के जरिए यह पैसे बांटे जा रहे हैं तो इस पर सबका हक है। फिर दिल्ली की सारी महिलाओं को पैसे मिलने चाहिए। बता दें कि महिला विंग ने शनिवार को भी प्रवेश वर्मा के घर के बाहर प्रदर्शन कर नई दिल्ली विधानसभा की महिलाओं में पैसे बांटने का विरोध किया था।एक महिला कार्यकर्ता ने कहा कि मैं करावल नगर से आई हूं। मुझे पता चला कि प्रवेश वर्मा 1100 रुपए दे रहे हैं। इसलिए हम दिल्ली के कोने-कोने से 1100 रुपए लेने के लिए आए हुए हैं। प्रवेश वर्मा सिर्फ नई दिल्ली में पैसे क्यों बांट रहे हैं? उन्हें पूरी दिल्ली में महिलाओं को पैसे देने चाहिए। एक दूसरी महिला कार्यकर्ता ने कहा कि मैं भी 1100 रुपए लेने के लिए आई हूं। हम भी दिल्ली की निवासी हैं। हमें भी हक है। हमें भी 1100 रुपए चाहिए। एक अन्य महिला कार्यकर्ता ने कहा कि मैं एक सीनियर सिटीजन हूं और मैं लक्ष्मी नगर से आई हूं। मैं चाहती हूं कि मुझे भी 1100 रुपए मिले और उसके बाद जो वह 2500 रुपए का वादा कर रहे हैं, वह भी मिलें। सिर्फ नई दिल्ली की महिलाओं को क्यों पैसे दिए जा रहे हैं। जबकि पूरी दिल्ली की महिलाओं को पैसे की जरूरत है। इसलिए हम चाहते हैं कि हमें भी 1100 रुपए मिलें। मरियम सिद्दीकी नाम की कार्यकर्ता ने कहा कि मैं यहां अपने भैया प्रवेश वर्मा से पैसे लेने आई हूं। मैं एक वायरल वीडियो देखा कि प्रवेश वर्मा महिलाओं को 1100 रुपए बांट रहे हैं। मुझे मेरे बच्चे की फीस भरनी है। मैं जरूरतमंद हूं। इसलिए मैं प्रवेश भैया से पैसे लेने आई हूं। आज रविवार का दिन है और इस दिन बहनें अपने भाई के घर जाती हैं। इसलिए हम अपने भाई के घर आए हैं। नंदा मोहन नाम की महिला ने कहा कि हमने टीवी में देखा कि प्रवेश वर्मा पैसे बांट रहे हैं। इसे देखकर ही हम यहां आए हैं ताकि हमें भी पैसे मिल सकें। क्योंकि उन्होंने यह कहा है कि यह किसी पार्टी से संबंधित नहीं है। एनजीओ से पैसे बांटे जा रहे हैं। तो एनजीओ पर सबका हक होता है। इसलिए हमें भी पैसे चाहिए। एक अन्य महिला कार्यकर्ता ने कहा कि मैं भी यहां 1100 रुपए लेने के लिए आई हूं। मैं अपना पहचान पत्र भी लेकर आई हूं। मेरा दिल्ली का पहचान पत्र है। अगर वह 1100 रुपए दे रहे हैं तो उन्हें सभी को रुपए देने चाहिए। वरना किसी को भी नहीं दो।