
–साक्षी सिंह
नेपाल प्रदर्शन : सरकार द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर से बैन हटाने की घोषणा के बावजूद मंगलवार को नेपाल में लगातार दूसरे दिन प्रदर्शन जारी रहे। मंगलवार के प्रदर्शनों में केपी शर्मा ओली को पद से हटाने और सरकार को बर्खास्त करने की मांग की गई। ये विरोध तब भड़के जब सोमवार को हुई हिंसा में 20 लोगों की मौत हो गई और 250 से अधिक लोग घायल हुए।
नेपाल में अशांति: सूत्रों के हवाले से खबर — सेना प्रमुख ने पीएम ओली से इस्तीफा देने को कहा, बोले- हालात पर काबू सेना ही पा सकती है
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने बिगड़ते हालात को काबू में लाने और प्रधानमंत्री आवास से सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए नेपाली सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल से सैन्य सहायता की मांग की है।
सेना से जुड़े सूत्रों के अनुसार, जनरल सिग्देल ने ओली को सलाह दी है कि वे इस्तीफा दे दें, क्योंकि हालात पर काबू तभी पाया जा सकता है जब वे सत्ता छोड़ दें। सेना का कहना है कि स्थिति को स्थिर करने के लिए यह कदम जरूरी है।
सरकारी इमारतों और आवासों में आग लगाने के बाद, प्रदर्शनकारियों ने अब काठमांडू स्थित हिल्टन होटल में भी तोड़फोड़ की और उसे आग के हवाले कर दिया। यह होटल सत्ताधारी पार्टी के एक नेता की संपत्ति बताया जा रहा है।
पीएम ओली और अन्य नेताओं की हो रही निकासी; हवाई अड्डा बंद, सेना तैनात
देशभर में बढ़ते तनाव और हिंसक प्रदर्शन के बीच त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को बंद कर दिया गया है और सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
सेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से मंत्रियों को उनके आधिकारिक आवासों से निकाला जा रहा है। अब तक कम से कम पांच हेलीकॉप्टरों को प्रमुख सरकारी नेताओं को सुरक्षित रूप से एयरपोर्ट पहुंचाने के लिए तैनात किया गया है।
प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को भी उनके सरकारी आवास से निकालने की योजना बनाई जा रही है, क्योंकि हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।
त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 300 से अधिक सैन्य जवान तैनात कर दिए गए हैं, और नेपाली सेना के हेलीकॉप्टर लगातार क्षेत्र में आवाजाही कर रहे हैं।
नेपाल प्रदर्शन: राष्ट्रिया स्वतन्त्र पार्टी के 21 सांसदों ने सामूहिक इस्तीफा दिया
देश में जारी अशांति के बीच राष्ट्रिया स्वतन्त्र पार्टी के 21 सांसदों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने का फैसला लिया है। ये सभी सांसद रवि लामिछाने के नेतृत्व में पहली बार संसद में पहुंचे थे।
पार्टी शुरू से ही चल रहे विरोध आंदोलन का समर्थन करती आ रही है और अब उसने संसद को भंग कर नए चुनाव कराने की मांग की है।