
–Priyanshu Dhoundiyal
आज सम्पूर्ण दिल्ली में सर्व समाज के कई संगठनों ने कश्मीर के अंदर पर्यटकों पर आतंकियों द्वारा की गई निर्मम हत्या के विरोध में आज शाम अलग-अलग जगहों में धरना-प्रदर्शन, कैंडल मार्च किया. कई संगठनों ने यह दावा किया हैं कि देश अब और अधिक बर्दाश्त नहीं करेगा. इस कड़ी में आज एक विरोध प्रदर्शन इंद्रप्रस्थ जिले में भी किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित हुए. प्रमुख रूप से जो लोग उपस्थित हुए वे है श्रीराम शर्मा, राकेश शर्मा, गोविंद पचौरी, राजविंदर कौर, सुनीता गुप्ता, आरती सिंह, मनोज शर्मा, बिशन शर्मा, अजीत सिंह आदि लोग प्रमुख थे. भारत के अंदर रहने वाला हर एक समाज सरकार के साथ खुलकर खड़ा है और यह निर्णय लिया गया हैं कि सभी सामाजिक संगठन अपने लेटर पैड पर सरकार को ज्ञापन और चेतावनी दे कि बदला इस प्रकार से ले की आने वाले उनकी नस्लों की रूह कांप जाए. सर्व समाज के नेतृत्व में एक विशाल विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में विभिन्न समुदायों, संगठनों, युवाओं, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने भाग लिया. यह प्रदर्शन पहलगांव में हुई अमानवीय और दुर्भाग्यपूर्ण घटना के विरोध में आयोजित किया गया, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. पूरे दिली से जो खबरे आ रही हैं इसके अनुसार दिल्ली के लगभग सभी जिलों में पहलगाम की घटना को लेकर कैंडल मार्च, विरोध प्रदर्शन किया गया. विरोध प्रदर्शन को देखकर लग रहा था अब जनता जाग चुकी हैं और अब और सहने की स्थिति में नहीं हैं. भजनपुरा, बदरपुर, रोहिणी, प्रीतमपुरा, मयूर विहार, गाँधी नगर, करावल नगर, नन्द नगरी , झंडेवालान, करोलबाग आदि सभी जगहों से धरना प्रदर्शन की सूचना मिली हैं. इस बावत सभी सामाजिक संगठनों ने सरकार को एक ज्ञापन भी दिया और आंतंकवादियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाई करने की मांग की. प्रदर्शनकारियों ने हाथों में बैनर और तख्तियाँ लेकर नारे लगाए —”जाति नहीं पूंछा, धर्म पूंछा फिर गोली मारी”, “हिन्दू हिन्दू भाई भाई, आतंकवादियों की करों विदाई”, “इस दुःख की घडी में जो देश के साथ है वो नेक हैं, जो नहीं वो देशद्रोही हैं” देश के अंदर के गद्दारों को, गोली मरो सालो को, सनातन हिन्दू एकता जिंदाबाद. प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि यह केवल एक समुदाय की नहीं, बल्कि पूरे समाज की लड़ाई है. “जब तक पीड़ित को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा,” ऐसा सभी प्रमुख सामाजिक संगठनों ने संयुक्त रूप से कहा. प्रमुख माँगें इस प्रकार हैं:
1.घटना की उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जांच हो.
2.दोषियों को तत्काल गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए.
3.सरकार तुरंत सर्जिकल स्ट्राइक करे.
4.इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने हेतु ठोस नीति बनाई जाए.
प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर सर्व समाज ने चेताया कि यदि न्याय में देर की गई, तो आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है ।